Hindi Sexy Movies: क्या आप एक कामुक मूवी नाइट की तलाश में हैं? आप सही जगह पर आए हैं! हमने शीर्ष 19 हिंदी रोमांटिक फिल्मों की एक सूची तैयार की है जो आपकी शाम में आकर्षण की एक अतिरिक्त परत जोड़ देगी। चाहे आप कुछ कामुक या आनंददायक चाहते हों उत्तेजक, हमारा चयन आपका ध्यान आकर्षित करने और आपकी जिज्ञासा को जगाने की गारंटी वाले विभिन्न प्रकार के विकल्प प्रदान करता है। उत्तेजक कॉमेडी और कोमल रोमांस से लेकर दिल को छू लेने वाले क्षणों के साथ मनोरंजक नाटक तक, यह संग्रह हर किसी के लिए कुछ न कुछ प्रदान करता है। तो, अपना पॉपकॉर्न लें और शुरू करने के लिए तैयार हो जाएं बॉलीवुड की सबसे कामुक कहानियों के माध्यम से एक रोमांचक यात्रा पर!
हिंदी सिनेमा के प्रशंसकों के लिए यह कोई रहस्य नहीं है कि बोल्ड थीम और स्टीमी सीन पैकेज का हिस्सा हैं। हमने आपके लिए अब तक की सबसे हॉट हिंदी रोमांटिक फिल्में लाने के लिए पुरालेखों का गहन अध्ययन किया है। सदाबहार क्लासिक्स से लेकर समकालीन हिट तक, इन फिल्मों ने अपने जोशीले कथानक और शानदार प्रदर्शन से स्क्रीन पर धूम मचा दी है। एक मादक अनुभव के लिए तैयार हो जाइए क्योंकि हम आपको बॉलीवुड की कुछ सबसे साहसी और मोहक फिल्मों के बारे में मार्गदर्शन देंगे। तो, अपना पॉपकॉर्न लें, रोशनी कम करें और एक रोमांचक सिनेमाई साहसिक कार्य के लिए तैयार हो जाएं।
आइए इसका सामना करें, कभी-कभी हम बस कामुक सिनेमा की एक खुराक के लिए तरसते हैं। सौभाग्य से, हिंदी सिनेमा ने कुछ सबसे उत्तेजक और सबसे भावुक फिल्में दी हैं। रोमांस से लेकर ड्रामा तक, बॉलीवुड ने सब कुछ कवर कर लिया है। चाहे आप अकेले देखने का आनंद ले रहे हों या अपने साथी के साथ मूवी नाइट की योजना बना रहे हों, हमने आपके लिए अभी स्ट्रीम करने के लिए सर्वश्रेष्ठ हिंदी रोमांटिक फिल्में उपलब्ध कराई हैं। तो, अपना पॉपकॉर्न लें, मंद रोशनी के साथ मूड सेट करें, और सबसे आकर्षक तरीके से मोहित होने के लिए तैयार रहें।
नीचे शीर्ष 20 Hindi Sexy Movies फिल्मों की सूची दी गई है [2023]:
Movie Name | Release Date | Main Cast |
---|---|---|
Grand Masti (ग्रैंड मस्ती) | 22 March 2013 | Riteish Deshmukh, Vivek Oberoi, Aftab Shivdasani |
Lipstick Under My Burkha (लिपस्टिक अंडर माई बुर्का) | 21 July 2017 | Ratna Pathak Shah, Konkona Sen Sharma, Plabita Borthakur |
B.A. Pass (बीए पास) | 2 August 2013 | Shadab Kamal, Shilpa Shukla, Rajesh Sharma |
Murder (मर्डर) | 2 April 2004 | Emraan Hashmi, Mallika Sherawat, Ashmit Patel |
Murder 2 (मर्डर 2) | 8 July 2011 | Emraan Hashmi, Jacqueline Fernandez, Prashant Narayanan |
Khwahish (ख्वाहिश) | 6 June 2003 | Himanshu Malik, Mallika Sherawat |
Jism (जिस्म) | 17 January 2003 | Bipasha Basu, John Abraham |
Jism 2 (जिस्म 2) | 3 August 2012 | Sunny Leone, Randeep Hooda, Arunoday Singh |
Aitraaz (ऐतराज) | 12 November 2004 | Akshay Kumar, Kareena Kapoor, Priyanka Chopra |
Delhi Belly (डेल्ही बेली) | 1 July 2011 | Imran Khan, Vir Das, Kunaal Roy Kapur |
Girlfriend (गर्लफ्रेंड) | 11 June 2004 | Isha Koppikar, Aashish Chaudhary, Amrita Arora |
That Girl in Yellow Boots (दॅट गर्ल इन यलो बूट्स) | 2 September 2011 | Kalki Koechlin, Naseeruddin Shah |
Fire (फायर) | 6 December 1996 | Shabana Azmi, Nandita Das |
Julie (जूली) | 23 July 2004 | Neha Dhupia, Priyanshu Chatterjee |
7 Khoon Maaf (7 खून माफ) | 18 February 2011 | Priyanka Chopra, Vivaan Shah, Neil Nitin Mukesh, John Abraham |
Ragini MMS (रागिनी MMS) | 13 May 2011 | Rajkummar Rao, Kainaz Motivala |
Love, Sex aur Dhokha (लव, सेक्स और धोखा) | 19 March 2010 | Anshuman Jha, Nushrat Bharucha, Rajkummar Rao |
Saheb, Biwi aur Gangster (साहब, बीवी और गँगस्टर) | 30 September 2011 | Jimmy Sheirgill, Mahi Gill, Randeep Hooda |
Heroine (हिरोइन) | 21 September 2012 | Kareena Kapoor, Arjun Rampal, Randeep Hooda |
The Dirty Picture (द डर्टी पिक्चर) | 2 December 2011 | Vidya Balan, Naseeruddin Shah, Tusshar Kapoor, Emraan Hashmi |
Aashiq Banaya Aapne (आशिक बनाया आपने) | 2 September 2005 | Emraan Hashmi, Sonu Sood, Tanushree Dutta |
Alone (अलोन) | 16 January 2015 | Bipasha Basu, Karan Singh Grover |
Grand Masti (ग्रैंड मस्ती)
2013 में रिलीज़ हुई, ‘ग्रैंड मस्ती’ एक भारतीय हिंदी भाषा की Sexy कॉमेडी फिल्म है, जो इंद्र कुमार द्वारा निर्देशित और ग्राज़िंग गोट पिक्चर्स बैनर के तहत अशोक ठकेरिया द्वारा निर्मित है। फिल्म में रितेश देशमुख, विवेक ओबेरॉय और आफताब शिवदासानी ने अभिनय किया है। 2004 की फ़िल्म ‘मस्ती’ की भूमिकाएँ। फिल्म में उर्वशी रौतेला, करिश्मा तन्ना और सोनल चौहान ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं। कहानी तीन दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है जो गोवा की यात्रा पर निकलते हैं, जिसके बाद हास्यपूर्ण दुस्साहस की एक श्रृंखला शुरू होती है।
22 मार्च 2013 को रिलीज़ होने पर, फ़िल्म को आलोचकों से मिश्रित समीक्षाएँ मिलीं। कलाकारों, विशेष रूप से रितेश देशमुख, विवेक ओबेरॉय और आफताब शिवदासानी ने अपने प्रदर्शन के लिए प्रशंसा बटोरी। मिश्रित आलोचनात्मक स्वागत के बावजूद, ‘ग्रैंड मस्ती’ ने बॉक्स ऑफिस पर ₹100 मिलियन से अधिक की कमाई करके व्यावसायिक सफलता हासिल की।
ग्रैंड मस्ती में कई पहलू हैं जो इसे एक उल्लेखनीय फिल्म बनाते हैं:
- यह 2004 की फिल्म ‘मस्ती’ का सीक्वल है।
- यह घटिया कॉमेडी भरपूर हंसी का वादा करती है।
- फिल्म में असाधारण केमिस्ट्री के साथ प्रतिभाशाली कलाकारों की टोली दिखाई गई है।
- बॉलीवुड कॉमेडी के शौकीनों को यह जरूर देखना चाहिए।
‘ग्रैंड मस्ती’ एक अच्छी तरह से तैयार किया गया और मनोरंजक सिनेमाई अनुभव है जो हार्दिक हंसी की गारंटी देता है। यदि आप मौज-मस्ती से भरे समय और हंसी-मजाक की तलाश में हैं, तो यह फिल्म निश्चित रूप से अवश्य देखी जानी चाहिए।
यहां फिल्म के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारियां दी गई हैं:
- फिल्मांकन स्थानों में गोवा और मुंबई शामिल हैं।
- फिल्म का संगीत साजिद-वाजिद ने बड़ी कुशलता से तैयार किया था।
- इरोज इंटरनेशनल ने फिल्म के वितरण का काम संभाला।
- इसे 2014 में तेलुगु में ‘लौक्यम’ नाम से बनाया गया था।
Lipstick Under My Burkha (लिपस्टिक अंडर माई बुर्का)
लिपस्टिक अंडर माई बुर्का, 2017 की भारतीय हिंदी भाषा की कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है, जो अलंकृता श्रीवास्तव की रचना है, जिन्होंने इसे लिखा और निर्देशित किया है। फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और कई बेहतरीन कलाकार शामिल हैं। प्लाबिता बोरठाकुर। इसकी कहानी विविध पृष्ठभूमि से आने वाली चार महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जो खुद को पारंपरिक बाधाओं से मुक्त करने और अपनी आवाज खोजने की कोशिश कर रही हैं।
21 जुलाई, 2017 को रिलीज़ होने पर, फिल्म को व्यापक आलोचनात्मक प्रशंसा मिली। इसे इसके उत्कृष्ट प्रदर्शन, निर्देशन और पटकथा के लिए प्रशंसा मिली। ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ ने बॉक्स ऑफिस पर ₹40 मिलियन से अधिक की कमाई के साथ व्यावसायिक सफलता भी हासिल की।
यहां कई सम्मोहक कारक हैं जो ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ को एक उल्लेखनीय फिल्म बनाने में योगदान करते हैं:
- यह महिलाओं के जीवन पर केंद्रित कुछ बॉलीवुड फिल्मों में से एक है।
- फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर का असाधारण अभिनय दिखाया गया है।
- इसने अपने निर्देशन, पटकथा और अभिनय के लिए प्रशंसा अर्जित की है।
- बॉलीवुड सिनेमा के प्रशंसकों या महिला केंद्रित कहानियों में रुचि रखने वालों के लिए यह फिल्म देखना जरूरी है।
‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ एक अच्छी तरह से तैयार की गई और मनोरम फिल्म है जो दर्शकों को सशक्त महसूस कराती है। यदि आप एक ऐसी फिल्म की तलाश में हैं जो महिलाओं की ताकत का जश्न मनाती हो, तो यह अवश्य देखी जानी चाहिए।
यहां फिल्म के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारियां दी गई हैं:
- फिल्मांकन स्थानों में भोपाल और मुंबई शामिल हैं।
- संगीत स्कोर अमित त्रिवेदी द्वारा रचा गया था।
- ज़ी स्टूडियोज़ ने फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन का काम संभाला।
- फिल्म को उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात समेत कई भारतीय राज्यों में प्रतिबंध का सामना करना पड़ा, हालांकि बाद में प्रतिबंध हटा लिया गया।
B.A. Pass (बीए पास)
“बी.ए. पास, 2013 की भारतीय हिंदी भाषा की ड्रामा फिल्म है, जो अजय बहल द्वारा निर्देशित और मुकेश तलरेजा द्वारा निर्मित है, इसकी प्रेरणा मोहन सिक्का के उपन्यास ‘द रेलवे आंटी’ से ली गई है। फिल्म में शादाब कमल, शिल्पा शुक्ला, राजेश शर्मा और दिब्येंदु भट्टाचार्य जैसे प्रतिभाशाली कलाकार हैं।
‘बी.ए.’ की कथा ‘पास’ एक युवक मुकेश (शादाब कमाल) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो बी.ए. करने की आकांक्षा के साथ दिल्ली आ जाता है। डिग्री। हालाँकि, वह जल्द ही खुद को वित्तीय कठिनाइयों से जूझता हुआ पाता है, जिससे उसे अपने और अपनी बहन के लिए बेहतर भविष्य सुरक्षित करने के लिए अपने सिद्धांतों से समझौता करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। वह एक जटिल रिश्ते में उलझ जाता है क्योंकि वह एक अधेड़ उम्र की महिला राधा (शिल्पा शुक्ला) के लिए खरीददार के रूप में काम करना शुरू कर देता है।
‘बी ० ए। पास’ ने आलोचकों की प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता दोनों हासिल की, दुनिया भर में ₹28.4 करोड़ से अधिक की कमाई की। वेश्यावृत्ति की दुनिया के गंभीर चित्रण और गरीबी, शोषण और हताशा जैसे विषयों की सूक्ष्म खोज के लिए इसकी सराहना की गई। इस फिल्म ने शिल्पा शुक्ला को सर्वश्रेष्ठ महिला पदार्पण के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार दिलाया और हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी हासिल किया।
बी.ए. पास में कई गुण हैं जो इसे एक उल्लेखनीय फिल्म के रूप में अलग करते हैं:
- यह भारत में वेश्यावृत्ति का वास्तविक और बेदाग चित्रण प्रस्तुत करता है।
- यह फिल्म गरीबी, शोषण और हताशा के विषयों पर सूक्ष्म दृष्टिकोण के साथ प्रकाश डालती है।
- शादाब कमल और शिल्पा शुक्ला ने सशक्त अभिनय किया है जो फिल्म के प्रभाव में योगदान देता है।
- ‘बी ० ए। पास’ को आलोचनात्मक प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता दोनों मिली।
यदि आप भारत में वेश्यावृत्ति की विचारोत्तेजक और कुशलता से तैयार की गई खोज चाहते हैं, तो ‘बी.ए.’ पास’ निस्संदेह विचार करने योग्य अनुशंसा है।
Murder (मर्डर)
यदि आप मनोरंजक क्राइम थ्रिलर के प्रशंसक हैं, तो ‘मर्डर 2004’ अवश्य देखें! इमरान हाशमी और मल्लिका शेरावत अभिनीत यह फिल्म एक जांच अधिकारी की यात्रा का अनुसरण करती है जिसे एक हत्या के मामले को सुलझाने का काम सौंपा गया है। जैसे-जैसे कहानी खुलती जाती है, सस्पेंस बढ़ता है, जिससे पता चलता है कि हत्यारे का जांचकर्ता के अपने परिवार से संबंध है।
‘मर्डर 2004’ रहस्य और रोमांच से भरपूर है, जो आपको शुरू से अंत तक अपनी सीट से बांधे रखता है। अपने गंभीर दृश्यों और कच्ची कहानी के साथ, फिल्म एक मनोरंजक अनुभव प्रदान करती है। इमरान हाशमी और मल्लिका शेरावत ने शानदार अभिनय किया है जो स्थायी प्रभाव छोड़ता है।
यदि आप एक आरामदायक शाम में एक गहन अपराध थ्रिलर के मूड में हैं, तो ‘मर्डर 2004’ सही विकल्प है। अपनी मनमोहक कहानी और उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ, यह फिल्म निश्चित रूप से भीड़ को खुश करने वाली है। इसे देखने का मौका न चूकें; आपको इसका पछतावा नहीं होगा!
यह फिल्म अनुराग बसु के निर्देशन की पहली फिल्म भी थी, जो तब से भारत के सबसे कुशल निर्देशकों में से एक बन गए हैं। वह ‘मर्डर 2004’ में एक गहन और मनोरंजक शैली लाते हैं, जिससे यह एक अवश्य देखी जाने वाली फिल्म बन जाती है।
इसलिए, यदि आप एक रोमांचक मूवी नाइट के लिए तैयार हैं, तो ‘मर्डर 2004’ आपकी पसंद है! इस सिनेमाई उत्कृष्ट कृति का अनुभव करने का अवसर न चूकें। इस मनोरंजक थ्रिलर में रहस्यों को उजागर करते हुए एक अविस्मरणीय यात्रा पर निकलने के लिए तैयार हो जाइए। इससे आपको और अधिक खाने की लालसा होगी। आनंद लेना!
‘मर्डर 2004’ अब नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि आप इस रोमांचक अनुभव से नहीं चूकेंगे। आप किस का इंतजार कर रहे हैं? ‘मर्डर 2004’ के साथ एक गहन सस्पेंस सवारी के लिए तैयार हो जाइए! यह एक ऐसी फिल्म है जिसे आप मिस नहीं कर सकते, यह आपको अंत तक अनुमान लगाने पर मजबूर करती है। इसे हाथ से मत जाने दो!
Murder 2 (मर्डर 2)
‘मर्डर 2’ 2004 की बॉलीवुड हिट ‘मर्डर’ का एक रोमांचक सीक्वल है, जो अपनी मनोरंजक कहानी के लिए जाना जाता है, जिसने दर्शकों को अपनी सीटों से बांधे रखा। अपने पूर्ववर्ती के रहस्य और रोमांच को बरकरार रखते हुए, ‘मर्डर 2’ नए पात्रों को पेश करता है और एक नई कहानी, सिनेमाई ब्रह्मांड का विस्तार। फिल्म कुशलतापूर्वक रहस्य, रोमांस और अपराध के तत्वों को मिश्रित करती है, एक गहन सिनेमाई अनुभव तैयार करती है जो दर्शकों को शुरुआती दृश्य से ही मंत्रमुग्ध कर देती है। यदि आप ‘मर्डर 2004’, ‘मर्डर 2’ से रोमांचित थे ‘ अवश्य देखना चाहिए!
इमरान हाशमी, जैकलीन फर्नांडीज और प्रशांत नारायणन के शानदार अभिनय के साथ, यह फिल्म नॉन-स्टॉप मनोरंजन का वादा करती है। रहस्य और अप्रत्याशित मोड़ों से भरपूर, ‘मर्डर 2’ दर्शाता है कि मर्डर फ्रेंचाइजी के पास अभी भी आश्चर्य है। इसे देखने का अवसर न चूकें!
हर्षित सक्सेना और संगीत हल्दीपुर द्वारा रचित ‘मर्डर 2’ का संगीत, रोमांचक कहानी को खूबसूरती से पूरा करता है। फिल्म के साउंडट्रैक में कई चार्ट-टॉपिंग ट्रैक हैं जो कई दिनों तक आपके दिमाग में रहेंगे। उल्लेखनीय गीतों में ‘आ ज़रा,’ ‘हाल-ए-दिल,’ और ‘फिर मोहब्बत’ शामिल हैं। अपनी मधुर धुनों और दिल को छूने वाले गीतों के साथ, इस साउंडट्रैक का हिट होना तय है। इन उल्लेखनीय ट्रैकों को सुनने का मौका न चूकें!
यदि आप एक्शन से भरपूर, सस्पेंस से भरी थ्रिलर की तलाश में हैं, तो ‘मर्डर 2’ आपकी आदर्श पसंद है। एक रोमांचक सिनेमाई अनुभव के लिए इसे सिनेमाघरों में या अपने नजदीकी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर देखना सुनिश्चित करें!
Khwahish (ख्वाहिश)
6 जून, 2003 को रिलीज़ हुई, ‘ख्वाहिश’ एक बॉलीवुड ड्रामा फिल्म है जो अपनी साहसिक कहानी के लिए प्रसिद्ध है। हिमांशु मलिक और मल्लिका शेरावत ने फिल्म को प्रमुखता दी, जिसमें मल्लिका शेरावत के पहले प्रदर्शन को व्यापक मान्यता मिली और यह उनके भविष्य के करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। कहानी सिमरन (मल्लिका शेरावत द्वारा अभिनीत) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक अपमानजनक विवाह में फंसी पत्नी है, जो साहसपूर्वक अन्याय का सामना करती है और प्रतिशोध लेती है।
फिल्म अनुराग बसु द्वारा लिखी और निर्देशित की गई थी, जबकि संगीत अनु मलिक द्वारा संगीतबद्ध किया गया था। आलोचकों ने इसकी सम्मोहक कहानी और पितृसत्तात्मक समाज के भीतर महिला सशक्तिकरण की साहसी खोज के लिए फिल्म की सराहना की। ‘ख्वाहिश’ ने उल्लेखनीय व्यावसायिक सफलता भी हासिल की। उस वर्ष की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बन गई।
Jism (जिस्म)
“2003 में रिलीज़ हुई, ‘जिस्म’ एक भारतीय हिंदी भाषा की कामुक थ्रिलर फिल्म है, जो अमित सक्सेना द्वारा निर्देशित, महेश भट्ट द्वारा लिखित और फिश आई नेटवर्क [पी] लिमिटेड और श्रेया क्रिएशन्स के बैनर तले पूजा भट्ट और सुजीत कुमार सिंह द्वारा निर्मित है। इस फिल्म से जॉन अब्राहम ने बॉलीवुड में डेब्यू किया, जिसमें उनके साथ बिपाशा बसु भी मुख्य भूमिका में थीं। फिल्म के लिए संगीत एम. एम. कीरावनी ने तैयार किया था।
‘जिस्म’ की कहानी पांडिचेरी में प्लेबॉय जीवनशैली जीने वाले एक बेरोजगार वकील कबीर पर आधारित है। उसके जीवन में एक नाटकीय मोड़ आता है जब उसकी मुलाकात रोहित खन्ना नामक एक अमीर यात्री की आकर्षक पत्नी सोनिया खन्ना से होती है। उनका भावुक मामला सामने आता है और कबीर सोनिया के प्रति गहराई से आसक्त हो जाता है। कबीर सुझाव देता है कि उसे तलाक ले लेना चाहिए, लेकिन सोनिया ने अपना डर प्रकट किया कि उसका पति हत्या करने में सक्षम है। आखिरकार, सोनिया ने कबीर को अपने पति की हत्या की साजिश रचने के लिए मना लिया और इसे एक दुर्घटना का रूप दे दिया।
फिल्म को आलोचनात्मक प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता दोनों मिली, और बॉक्स ऑफिस पर ₹60 मिलियन (US$8.2 मिलियन) से अधिक की कमाई की। इसके साहसी और विवादास्पद विषय के साथ-साथ बिपाशा बसु और जॉन अब्राहम द्वारा दिए गए असाधारण प्रदर्शन के लिए इसकी सराहना की गई। बॉलीवुड में जॉन अब्राहम का करियर शुरू करने में ‘जिस्म’ ने अहम भूमिका निभाई।
यहां फिल्म ‘जिस्म’ के कुछ उल्लेखनीय पहलू हैं:
- यह विवाहेतर संबंधों को खुलकर और स्पष्ट रूप से संबोधित करने वाली अग्रणी भारतीय फिल्मों में से एक थी।
- इस फिल्म में बॉलीवुड सिनेमा में अब तक देखे गए कुछ सबसे बोल्ड और उत्तेजक दृश्य शामिल थे।
- बिपाशा बसु और जॉन अब्राहम को उनके अभिनय के लिए व्यापक प्रशंसा मिली।
- ‘जिस्म’ ने बॉक्स ऑफिस पर ₹60 मिलियन (US$8.2 मिलियन) का आंकड़ा पार करते हुए व्यावसायिक सफलता हासिल की।
- इस फिल्म ने जॉन अब्राहम का बॉलीवुड में करियर शुरू करने में अहम भूमिका निभाई।
‘जिस्म’ बेशक एक विवादास्पद फिल्म है, लेकिन इसका काफी महत्व है। इसने भारतीय सिनेमा में नई जमीन तैयार की और आने वाले वर्षों में और अधिक साहसी और उत्तेजक फिल्मों के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
Jism 2 (जिस्म 2)
2012 में रिलीज़ हुई, ‘जिस्म 2’ पूजा भट्ट द्वारा निर्देशित और महेश भट्ट द्वारा लिखित एक बॉलीवुड फिल्म है, जो 2003 की फिल्म ‘जिस्म’ की अगली कड़ी है।
कथानक सारांश: कहानी एक पोर्न स्टार इज़्ना के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे एक खूंखार हत्यारे कबीर को फंसाने के लिए एक खुफिया एजेंसी द्वारा भर्ती किया जाता है। एजेंसी का लक्ष्य कबीर को पकड़ने के लिए इज़्ना को चारे के रूप में इस्तेमाल करना है, जो कभी उसका प्रेमी था। फिल्म उनके जटिल अतीत के रिश्ते, उनके वर्तमान मिशन के तनाव और परिणाम के रूप में फिर से उभरने वाली भावनाओं की गहन पड़ताल करती है।
मुख्य कलाकार:
- इज़्ना के रूप में सनी लियोन
- कबीर के रूप में रणदीप हुडा
- अयान, ख़ुफ़िया अधिकारी के रूप में अरुणोदय सिंह
मुख्य रूप से पूर्व वयस्क फिल्म अभिनेत्री सनी लियोन को मुख्य भूमिका में लेने के कारण फिल्म ने काफी ध्यान आकर्षित किया। इसके अतिरिक्त, फिल्म के साउंडट्रैक को व्यापक प्रशंसा मिली।
अपने पूर्ववर्ती के समान, ‘जिस्म 2’ को उसकी कामुकता और साहसी दृश्यों के लिए पहचाना गया, जिसके रिलीज होने पर कुछ विवाद हुआ। फिर भी, कहानी प्रेम, इच्छा और विश्वासघात के विषयों को शामिल करते हुए, रिश्तों की जटिलताओं को गहराई से समझने का प्रयास करती है।
Aitraaz (ऐतराज)
2004 में रिलीज़ हुई, “ऐतराज़” एक भारतीय हिंदी भाषा की रोमांटिक थ्रिलर फिल्म है, जो अब्बास-मस्तान द्वारा निर्देशित और सुभाष घई द्वारा निर्मित है। फिल्म में अक्षय कुमार, प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर हैं। यह एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है जिस पर उसकी महिला वरिष्ठ द्वारा यौन उत्पीड़न का झूठा आरोप लगाया गया है।
कथानक सारांश: प्रिया (करीना कपूर) से शादी करने वाला एक सफल व्यवसायी राज (अक्षय कुमार) पर उसकी पूर्व प्रेमिका, सोनिया (प्रियंका चोपड़ा), जो उसके नियोक्ता की पत्नी भी है, ने बलात्कार का झूठा आरोप लगाया है। आरोप से आहत होकर, राज ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और सामाजिक दबाव के बावजूद, सोनिया पर यौन उत्पीड़न के लिए मुकदमा करने का फैसला किया।
यह फिल्म कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न, लैंगिक पूर्वाग्रह और शक्ति की गतिशीलता के विषयों पर प्रकाश डालती है। इसे आलोचकों की प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता दोनों मिली, जिसने खुद को यौन उत्पीड़न को संबोधित करने वाली बॉलीवुड की सबसे महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक के रूप में स्थापित किया।
“ऐतराज़” के मुख्य पहलू:
- यह यौन उत्पीड़न को गंभीरता से संबोधित करने वाली पहली बॉलीवुड फिल्मों में से एक थी।
- इसमें सोनिया के रूप में एक मजबूत महिला किरदार दिखाया गया, जो निडर होकर अपना बचाव करती थी।
- प्रियंका चोपड़ा के प्रदर्शन को आलोचकों की प्रशंसा मिली, जिससे उन्हें कई पुरस्कार मिले।
- फिल्म ने व्यावसायिक सफलता हासिल की और बॉक्स ऑफिस पर ₹260 मिलियन से अधिक की कमाई की।
“ऐतराज” एक विचारोत्तेजक फिल्म है जो लैंगिक पूर्वाग्रह और यौन उत्पीड़न के बारे में महत्वपूर्ण सवाल उठाती है। बॉलीवुड सिनेमा या सामाजिक मुद्दों में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति को यह अवश्य देखनी चाहिए।
Delhi Belly (डेल्ही बेली)
2011 में रिलीज़ हुई, “डेल्ही बेली” एक भारतीय एक्शन कॉमेडी फिल्म है, जो अक्षत वर्मा द्वारा लिखित और अभिनय देव द्वारा निर्देशित है। फिल्म में इमरान खान, कुणाल रॉय कपूर, वीर दास, पूर्णा जगन्नाथन और शेनाज़ ट्रेजरीवाला हैं। यह एक हिंग्लिश भाषा की फिल्म है, जिसमें संवाद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अंग्रेजी में और बाकी हिंदी में है। आमिर खान प्रोडक्शंस और यूटीवी मोशन पिक्चर्स द्वारा निर्मित, यह फिल्म बॉलीवुड में एक अनोखा हास्य स्वाद लेकर आई।
कथानक सारांश: कहानी तीन रूममेट्स – पत्रकार ताशी, फोटोग्राफर नितिन बेरी और कार्टूनिस्ट अरूप – के इर्द-गिर्द घूमती है, जो दिल्ली के एक छायादार अपार्टमेंट में अस्त-व्यस्त और कर्ज में डूबा जीवन जी रहे हैं। ताशी की मंगेतर, सोनिया, जो एक एयर होस्टेस है, अनजाने में एक गैंगस्टर सोमायाजुलु को व्लादिमीर ड्रैगुनस्की के लिए एक पैकेज देने के लिए सहमत हो जाती है। वह ताशी की मदद लेती है, जो बदले में नितिन को डिलीवरी करने के लिए कहती है। हालाँकि, नितिन की दस्त से लड़ाई उसे ऐसा करने से रोकती है।
उनसे अनभिज्ञ, पैकेज में चोरी के हीरे हैं, और रूममेट्स को चोरी के लिए दोषी ठहराया गया है। वे खुद को सोमायाजुलु और उसके गिरोह द्वारा पीछा करते हुए पाते हैं, अपना नाम साफ़ करने और गैंगस्टरों से बचने के लिए मजबूर होते हैं।
“डेल्ही बेली” एक डार्क कॉमेडी है जो अपनी अपवित्रता और भद्दे हास्य के लिए जानी जाती है, जो इसे पारंपरिक बॉलीवुड फिल्मों से अलग बनाती है। कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय किया है और फिल्म को कुशलता से तैयार किया गया है। यदि आप एक ऐसी बॉलीवुड फिल्म की तलाश में हैं जो पारंपरिक ढांचे को तोड़ दे, तो “डेल्ही बेली” अवश्य देखनी चाहिए।
“डेल्ही बेली” के मुख्य पहलू:
- यह बॉलीवुड की शुरुआती फिल्मों में से एक है जिसमें काफी मात्रा में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है।
- फिल्म एक डार्क कॉमेडी है, जो संवेदनशील दर्शकों के लिए उपयुक्त नहीं है।
- इमरान खान, कुणाल रॉय कपूर और वीर दास सहित तारकीय कलाकार असाधारण प्रदर्शन करते हैं।
- “डेल्ही बेली” अच्छी तरह से तैयार की गई है और बेहद मनोरंजक है।
“डेल्ही बेली” सामान्य बॉलीवुड शैली से एक ताज़ा प्रस्थान प्रदान करता है। यह एक हास्यप्रद और गहरी कॉमेडी है जो निडर होकर सीमाओं को लांघती है। यदि आप एक अलग तरह की बॉलीवुड फिल्म की तलाश में हैं, तो “डेल्ही बेली” एक उपयुक्त विकल्प है।
Girlfriend (गर्लफ्रेंड)
2004 में रिलीज़ हुई, “गर्लफ्रेंड” एक भारतीय हिंदी भाषा की रोमांस ड्रामा फिल्म है, जो करण राजदान द्वारा लिखित और निर्देशित और पम्मी बावेजा द्वारा निर्मित है। फिल्म में ईशा कोप्पिकर, आशीष चौधरी और अमृता अरोड़ा प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
कथानक सारांश: “गर्लफ्रेंड” दो सबसे अच्छे दोस्तों, तान्या और सपना के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है, जो दोनों एक ही आदमी, राहुल से प्यार करने लगती हैं। तान्या, सपना के प्रति जुनून और स्वामित्व की भावना से प्रेरित होकर, राहुल के साथ सपना के रिश्ते को कमजोर करने का प्रयास करती है। हालाँकि, जैसे-जैसे कहानी सामने आती है, तान्या को एहसास होता है कि वह सपना की खुशी को नियंत्रित नहीं कर सकती।
17 जून 2004 को रिलीज़ होने पर फ़िल्म को मिश्रित समीक्षाएँ मिलीं। जहाँ आलोचकों ने कलाकारों के प्रदर्शन की सराहना की, वहीं उन्होंने इसके पूर्वानुमानित कथानक और अत्यधिक मेलोड्रामा के लिए फ़िल्म की आलोचना की। आलोचनात्मक स्वागत के बावजूद, “गर्लफ्रेंड” को व्यावसायिक सफलता मिली और बॉक्स ऑफिस पर ₹200 मिलियन से अधिक की कमाई की।
“गर्लफ्रेंड” के मुख्य पहलू:
- फिल्म दोस्ती, प्यार और स्वामित्व के विषयों की पड़ताल करती है।
- इसमें कलाकारों का दमदार प्रदर्शन है।
- आलोचकों ने प्रदर्शन की प्रशंसा की लेकिन फिल्म की पूर्वानुमानित कहानी और मेलोड्रामा की आलोचना की।
- मिश्रित आलोचनात्मक समीक्षाओं के बावजूद, “गर्लफ्रेंड” ने व्यावसायिक सफलता हासिल की।
“गर्लफ्रेंड” एक ऐसी फिल्म है जो जटिल भावनाओं और रिश्तों पर प्रकाश डालती है, जो इसे रोमांटिक ड्रामा में रुचि रखने वालों के लिए देखने लायक बनाती है।
“गर्लफ्रेंड” कई कारणों से एक उल्लेखनीय बॉलीवुड फिल्म है:
- यह एक दुर्लभ बॉलीवुड फिल्म है जो महिला मित्रता के विषय पर जोर देती है।
- फिल्म में लीड एक्ट्रेस ईशा कोप्पिकर और अमृता अरोड़ा की दमदार परफॉर्मेंस देखने को मिलेगी।
- फिल्म एक सतर्क कहानी के रूप में काम करती है, जो जुनूनी प्यार के संभावित खतरों पर प्रकाश डालती है।
जबकि “गर्लफ्रेंड” में खामियां हो सकती हैं, यह जटिल रिश्तों और भावनाओं में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती है, जिससे यह देखने का एक सार्थक अनुभव बन जाता है।
अतिरिक्त फ़िल्म विवरण:
- फिल्म की शूटिंग लोकेशन में मुंबई और गोवा शामिल हैं।
- अनु मलिक ने फिल्म के लिए संगीत तैयार किया।
- फिल्म का डिस्ट्रीब्यूशन टी-सीरीज और शेमारू एंटरटेनमेंट ने संभाला था।
- “गर्लफ्रेंड” को तमिल में “कधाल कोंडेइन” (2003) और तेलुगु में “नुव्वे ना राक्षसी” (2005) के नाम से बनाया गया था।
That Girl in Yellow Boots (दॅट गर्ल इन यलो बूट्स)
Fire (फायर)
“फायर” कई महत्वपूर्ण कारणों से एक अभूतपूर्व बॉलीवुड फिल्म है:
- यह समलैंगिक रिश्तों को खुलेआम चित्रित करने वाली पहली मुख्यधारा की बॉलीवुड फिल्मों में से एक होने का गौरव रखती है, विशेष रूप से समलैंगिक प्रेम कहानी को दर्शाती है।
- फिल्म को काफी विवाद का सामना करना पड़ा और इसके साहसिक और अपरंपरागत विषय के कारण कई भारतीय राज्यों में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया।
- “फायर” को समलैंगिक प्रेम के साहसी चित्रण के लिए आलोचनात्मक प्रशंसा मिली, जिसने भारतीय सिनेमा में एलजीबीटीक्यू+ विषयों के बारे में बातचीत में योगदान दिया।
- इसने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सहित विभिन्न पुरस्कार जीतकर पहचान हासिल की।
“फायर” एक मार्मिक और प्रभावशाली फिल्म है जो निडर होकर चुनौतीपूर्ण विषयों को संबोधित करती है। बॉलीवुड सिनेमा या एलजीबीटीक्यू+ अधिकारों से संबंधित मुद्दों की खोज में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को इसे अवश्य देखना चाहिए।
Julie (जूली)
यहां फिल्म “जूली” (2004) के कुछ उल्लेखनीय पहलू हैं:
- यह वेश्यावृत्ति के संवेदनशील मुद्दे और नायक जूली के सामने आने वाली चुनौतियों को संबोधित करता है।
- अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन करते हुए नेहा धूपिया के प्रदर्शन को आलोचकों से सराहना मिली।
- फिल्म प्यार और रिश्तों की जटिलताओं, विशेषकर जूली के अतीत से उत्पन्न कठिनाइयों का पता लगाती है।
- मिश्रित समीक्षाओं के बावजूद, “जूली” बॉक्स ऑफिस पर ₹200 मिलियन से अधिक की कमाई करके व्यावसायिक सफलता पाने में सफल रही।
“जूली” एक ऐसी फिल्म है जो अपने केंद्रीय चरित्र के भावनात्मक संघर्ष और सामाजिक चुनौतियों का सामना करती है। हालाँकि इसमें खामियाँ थीं, फिर भी फिल्म एक महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करने में सफल रही और दर्शकों को पसंद आई।
निश्चित रूप से, यहाँ एक संशोधित संस्करण है:
जूली (2004) कई सम्मोहक कारणों से विशिष्ट है:
- यह वेश्यावृत्ति को स्पष्ट, यथार्थवादी दृष्टिकोण से संबोधित करने वाली अग्रणी बॉलीवुड फिल्मों में से एक थी।
- फिल्म में एक लचीली महिला नायक, जूली थी, जो निडर होकर अपनी बात रखती थी।
- नेहा धूपिया के उल्लेखनीय प्रदर्शन ने प्रशंसा बटोरी, जिससे चरित्र में गहराई आ गई।
- मिश्रित आलोचनात्मक प्रतिक्रिया के बावजूद, फिल्म ने महत्वपूर्ण व्यावसायिक सफलता हासिल की और बॉक्स ऑफिस पर ₹200 मिलियन से अधिक की कमाई की।
जूली (2004) एक मार्मिक और निडर सिनेमाई अन्वेषण है जो निडर होकर जटिल सामाजिक मुद्दों का सामना करती है। बॉलीवुड सिनेमा और गंभीर सामाजिक मामलों से निपटने की इसकी प्रतिबद्धता में रुचि रखने वालों को इसे अवश्य देखना चाहिए।
7 Khoon Maaf (7 खून माफ)
यहाँ एक संशोधित संस्करण है:
7 खून माफ (2011) कई आकर्षक कारणों से मशहूर है:
- यह विशिष्ट रूप से ब्रिटिश लेखक रस्किन बॉन्ड की एक लघु कहानी से प्रेरणा लेती है, जो सामान्य बॉलीवुड कथाओं से अलग है।
- सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने वाली मजबूत इरादों वाली नायिका सुज़ाना का प्रियंका चोपड़ा का किरदार फिल्म में गहराई जोड़ता है।
- यह फिल्म अपनी मनमोहक सिनेमैटोग्राफी और उत्तम वेशभूषा के साथ एक दृश्य मनोरंजन है, जो दर्शकों को औपनिवेशिक युग में ले जाती है।
- अपने गहरे हास्य तत्वों और दिलचस्प कहानी के साथ, यह बॉलीवुड सिनेमा के शौकीनों और ब्लैक कॉमेडी के शौकीन लोगों दोनों के लिए अवश्य देखी जाने वाली फिल्म है।
7 खून माफ (2011) एक सिनेमाई रत्न है जो परंपराओं को खारिज करता है, जो इसे बॉलीवुड के प्रदर्शनों की सूची में उल्लेखनीय बनाता है।
Ragini MMS (रागिनी MMS)
मई 2011 में शुक्रवार 13 तारीख को रिलीज़ हुई, रागिनी एमएमएस एक भारतीय फ़ुटेज हॉरर फ़िल्म है, जो पवन कृपलानी द्वारा निर्देशित और बालाजी टेलीफिल्म्स के जीतेंद्र और शोभा कपूर द्वारा निर्मित है। 2007 की अमेरिकी अलौकिक हॉरर फिल्म पैरानॉर्मल एक्टिविटी से प्रेरणा लेते हुए, इसमें दीपिका नाम की दिल्ली की लड़की के वास्तविक जीवन के अनुभवों के तत्व भी शामिल हैं।
कहानी रागिनी (कैनाज़ मोतीवाला) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने प्रेमी सिद्धार्थ (राजकुमार राव) के साथ एक फार्महाउस की यात्रा पर निकलती है। अपनी यात्रा को कैद करने के इरादे से, वे एक होम मूवी बनाते हैं लेकिन जल्द ही उन्हें पता चलता है कि वे अकेले नहीं हैं – आत्माएं उनका पीछा करती हैं।
रागिनी एमएमएस ने आलोचकों की प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता दोनों हासिल की, बॉक्स ऑफिस पर ₹425 मिलियन से अधिक की कमाई की। अपनी रिलीज के समय, इसे भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हॉरर फिल्म होने का गौरव प्राप्त हुआ।
यह फ़िल्म कई कारणों से विशिष्ट है:
- यह फ़ुटेज प्रारूप को नियोजित करने वाली अग्रणी बॉलीवुड फिल्मों में से एक थी।
- बॉक्स ऑफिस की सफलता के साथ आलोचकों की प्रशंसा को संतुलित करते हुए, यह भारतीय हॉरर सिनेमा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बनकर उभरी।
- इसकी व्यावसायिक सफलता के कारण एक सफल फ्रेंचाइजी का निर्माण हुआ, जिसमें दो सीक्वल और एक वेब श्रृंखला शामिल है।
रागिनी एमएमएस एक अच्छी तरह से तैयार की गई हॉरर फिल्म है जो आपकी रीढ़ को झकझोर कर रख देने का वादा करती है। चाहे आप फ़ुटेज फ़ुटेज फ़िल्मों के प्रशंसक हों या केवल डरावनी शैली पसंद करते हों, यह फ़िल्म अवश्य देखी जानी चाहिए।
Love, Sex aur Dhokha (लव, सेक्स और धोखा)
19 मार्च 2010 को रिलीज़ हुई, लव, सेक्स और धोखा (एलएसडी) एक भारतीय हिंदी भाषा की थ्रिलर फिल्म है, जो दिबाकर बनर्जी द्वारा लिखित और निर्देशित है। फिल्म में रणवीर शौरी, अंशुमन झा, नुसरत भरूचा और आकाश खुराना जैसे कलाकार शामिल हैं। एक डार्क कॉमेडी के रूप में, यह प्यार, सेक्स और धोखे के जटिल विषयों पर प्रकाश डालती है।
फिल्म को तीन अलग-अलग भागों में विभाजित किया गया है, प्रत्येक भाग केंद्रीय विषयों के इर्द-गिर्द एक अलग कहानी बुनता है। पहला भाग राहुल (रणवीर शौरी) नाम के एक युवक पर आधारित है, जो एक जोड़े की ऑनर किलिंग को संबोधित करते हुए एक लघु फिल्म बनाता है। दूसरा भाग श्रुति (नुसरत भरूचा) के इर्द-गिर्द घूमता है, जो एक युवा महिला है जो धोखे के जरिए एमएमएस स्कैंडल में फंस जाती है। तीसरा भाग प्रभात (आकाश खुराना) पर केंद्रित है, जो एक खोजी पत्रकार है जो कास्टिंग काउच कांड का पर्दाफाश करने के लिए कृतसंकल्प है।
अपनी रिलीज़ पर, लव, सेक्स और धोखा ने अपने गहरे हास्य, तीखी सामाजिक टिप्पणियों और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आलोचकों की प्रशंसा प्राप्त की। इसके अतिरिक्त, इसने बॉक्स ऑफिस पर ₹50 मिलियन से अधिक की कमाई करके व्यावसायिक सफलता हासिल की।
लव, सेक्स और धोखा को अलग करने वाली प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं:
- यह बॉलीवुड में अग्रणी दृष्टिकोण है, जो गहरे हास्य तत्वों के साथ प्यार, सेक्स और धोखे के विषयों से निपटता है।
- रणवीर शौरी, अंशुमान झा, नुसरत भरूचा और आकाश खुराना जैसे शानदार कलाकारों की टोली।
- फिल्म की तीखी सामाजिक टिप्पणी और गहरा हास्य दर्शकों को पसंद आया।
- व्यावसायिक सफलता, बॉक्स ऑफिस पर कमाई ₹50 मिलियन से अधिक।
लव, सेक्स और धोखा एक विचारोत्तेजक और अच्छी तरह से तैयार की गई फिल्म है जो मनोरंजन और बौद्धिक उत्तेजना दोनों का वादा करती है। यदि आप डार्क कॉमेडी या सामाजिक मुद्दों का सामना करने वाली फिल्मों की सराहना करते हैं, तो यह आपकी वॉचलिस्ट में जगह पाने की हकदार है।
Saheb, Biwi aur Gangster (साहब, बीवी और गँगस्टर)
2011 में रिलीज़ हुई साहेब, बीवी और गैंगस्टर, तिग्मांशु धूलिया द्वारा निर्देशित एक भारतीय हिंदी भाषा की रोमांटिक थ्रिलर फिल्म है। फिल्म में जिमी शेरगिल, माही गिल, रणदीप हुडा और करीना कपूर जैसे प्रतिभाशाली कलाकार शामिल हैं, जो 1996 की फिल्म साहिबान की अगली कड़ी के रूप में काम कर रहे हैं।
यह फिल्म एक अमीर गैंगस्टर आदित्य प्रताप सिंह (जिमी शेरगिल), उसकी पत्नी माधवी देवी (माही गिल) और महत्वाकांक्षी युवक बब्लू (रणदीप हुडा) की जटिल गतिशीलता के इर्द-गिर्द घूमती है। शुरुआत में आदित्य ने माधवी की हत्या करने के लिए बब्लू को काम पर रखा था, लेकिन नियति में मोड़ आता है क्योंकि वह उसके साथ गहराई से प्यार करने लगता है। यह विश्वासघात, हत्या और प्रतिशोध की खोज से चिह्नित घटनाओं की एक श्रृंखला को जन्म देता है।
29 जुलाई 2011 को रिलीज़ होने पर, साहेब, बीवी और गैंगस्टर ने अपने मनोरम प्रदर्शन, कुशल निर्देशन और सम्मोहक पटकथा के लिए आलोचकों की प्रशंसा प्राप्त की। इसने व्यावसायिक सफलता भी हासिल की और बॉक्स ऑफिस पर ₹100 मिलियन से अधिक की कमाई की।
साहेब, बीवी और गैंगस्टर के महत्व में योगदान देने वाले हाइलाइट किए गए तत्वों में शामिल हैं:
- कलाकारों के शानदार प्रदर्शन से प्रेरित, एक अच्छी तरह से तैयार की गई रोमांटिक थ्रिलर के रूप में इसकी स्थिति।
- 1996 की फिल्म साहिबान की अगली कड़ी होने के बावजूद, यह एक स्टैंडअलोन सिनेमाई अनुभव के रूप में सुलभ और मनोरंजक बनी हुई है।
- तिग्मांशु धूलिया की विशिष्ट फिल्म निर्माण शैली के शौकीनों को इसे जरूर देखना चाहिए।
साहेब, बीवी और गैंगस्टर एक आकर्षक और कुशलता से बनाई गई फिल्म है जो आपको शुरू से अंत तक बांधे रखेगी। चाहे आपको रोमांटिक थ्रिलर्स का शौक हो या आप मजबूत महिला किरदारों वाली फिल्मों की सराहना करते हों, यह फिल्म निश्चित रूप से आपकी सिफारिश है।
Heroine (हिरोइन)
2012 में रिलीज़ हुई हीरोइन, मधुर भंडारकर द्वारा निर्देशित एक भारतीय हिंदी भाषा की ड्रामा फिल्म है। फिल्म में करीना कपूर ने माही अरोड़ा की भूमिका निभाई है, जो एक समय की प्रमुख अभिनेत्री थी, जिसका करियर मंदी का सामना करता है, और यह हिंदी फिल्म उद्योग के भीतर प्रसिद्धि, सफलता और विफलता की जटिलताओं को उजागर करती है।
कहानी की शुरुआत माही अरोड़ा से होती है जो अपने करियर के शिखर पर थी और अपनी सफलता का आनंद ले रही थी। वह एक मशहूर अभिनेत्री हैं और उनकी शादी एक अमीर बिजनेसमैन से हुई है। हालाँकि, उनका करियर ख़राब होने लगा क्योंकि एक फिल्म में उनकी जगह एक युवा अभिनेत्री को ले लिया गया। साथ ही, वह शराब और अवसाद से भी जूझती है।
फिल्म उद्योग में वापसी करने का माही का दृढ़ संकल्प कहानी को आगे बढ़ाता है। वह एक कला फिल्म में भूमिका निभाती है, लेकिन इसकी व्यावसायिक सफलता उससे दूर रहती है। इसके अतिरिक्त, उसके शराब के इतिहास के कारण एक बच्चे को गोद लेने के उसके प्रयास विफल हो गए हैं।
फिल्म का समापन माही अरोड़ा के अपने जीवन में सबसे निचले स्तर पर पहुंचने के साथ होता है। वह आर्थिक रूप से कमजोर है, शराब की लत से जूझ रही है और तलाकशुदा है। बच्चा गोद लेने की उसकी ख्वाहिश भी धराशायी हो गई है। बहरहाल, वह अपने जीवन का पुनर्निर्माण करने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर, आत्म-पुनर्निर्माण की यात्रा पर निकलती है।
हीरोइन, जिसका प्रीमियर 21 सितंबर 2012 को हुआ था, को आलोचकों से मिश्रित समीक्षाएँ मिलीं। करीना कपूर के अभिनय की सराहना की गई, लेकिन फिल्म को इसकी धीमी गति और पूर्वानुमानित कथानक के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, यह व्यावसायिक उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी और बॉक्स ऑफिस पर मात्र ₹60 मिलियन की कमाई की।
आपने “हीरोइन” के उल्लेखनीय पहलुओं को प्रभावी ढंग से दर्शाया है। यहां जानकारी थोड़े अलग प्रारूप में दी गई है:
नायिका कई कारणों से अलग दिखती है:
- बॉलीवुड में महिला नायक पर ध्यान केंद्रित करना दुर्लभ है।
- यह फिल्म हिंदी फिल्म उद्योग का एक गंभीर और प्रामाणिक चित्रण प्रस्तुत करती है।
- करीना कपूर ने दमदार परफॉर्मेंस दी, जिसकी खूब तारीफ हुई।
- अपने प्रदर्शन, निर्देशन और पटकथा के लिए समीक्षकों द्वारा प्रशंसित, हीरोइन एक विचारोत्तेजक फिल्म है जो चुनौतीपूर्ण विषयों से निपटने में निडर है। बॉलीवुड और सामाजिक मुद्दों में रुचि रखने वालों को यह जरूर देखनी चाहिए।
The Dirty Picture (द डर्टी पिक्चर)
2011 में रिलीज़ हुई “द डर्टी पिक्चर”, मिलन लुथरिया द्वारा निर्देशित एक भारतीय हिंदी भाषा की जीवनी संगीत नाटक है। यह फिल्म 1980 और 1990 के दशक की प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री सिल्क स्मिता के जीवन से प्रेरणा लेती है, जो मुख्य रूप से कामुक फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए पहचानी जाती थीं। फिल्म में विद्या बालन सिल्क स्मिता की मुख्य भूमिका में हैं, उनके साथ इमरान हाशमी, नसीरुद्दीन शाह, तुषार कपूर और आकाश खुराना जैसे सहायक कलाकार हैं।
फिल्म की कहानी सिल्क स्मिता के स्टारडम के सपने संजोने वाली एक युवा महिला से शुरू होती है। वह मुंबई आ जाती है और एक बार में डांसर के रूप में अपनी यात्रा शुरू करती है। आख़िरकार, उसकी प्रतिभा एक फ़िल्म निर्माता की नज़र में आ गई, जिसके परिणामस्वरूप उसे एक कामुक फ़िल्म में एक छोटी भूमिका के लिए चुना गया। इस फिल्म में सिल्क के अभिनय ने उन्हें स्टारडम तक पहुंचा दिया।
हालाँकि, उद्योग में सिल्क की जबरदस्त वृद्धि की एक कीमत चुकानी पड़ी। वह व्यक्तिगत और व्यावसायिक समझौते करने के लिए मजबूर है। इसके अतिरिक्त, वह अपमानजनक मीडिया और सार्वजनिक निर्णयों का लक्ष्य बन जाती है, जिसे स्लट-शेमिंग और बॉडी-शेमिंग दोनों का सामना करना पड़ता है।
फिल्म का दुखद अंत सिल्क स्मिता की आत्महत्या के साथ होता है। उसका बेजान शरीर उसके अपार्टमेंट में गोलियों और शराब से घिरा हुआ पाया गया है। फिल्म संकेत देती है कि सिल्क की मौत प्रसिद्धि के बोझ और लगातार मीडिया जांच का परिणाम है।
2 दिसंबर 2011 को रिलीज़ होने पर, “द डर्टी पिक्चर” को व्यापक आलोचनात्मक प्रशंसा मिली। विद्या बालन के अभिनय, मिलन लुथरिया के निर्देशन और पटकथा सभी ने प्रशंसा बटोरी। फिल्म ने व्यावसायिक सफलता भी हासिल की और बॉक्स ऑफिस पर ₹117 करोड़ से अधिक की कमाई की।
“द डर्टी पिक्चर” कई कारणों से मशहूर है:
- यह एक जीवनी पर आधारित फिल्म है जो एक विवादास्पद व्यक्ति पर केंद्रित है।
- विद्या बालन ने दमदार और यादगार परफॉर्मेंस दी।
- फिल्म अच्छी तरह से बनाई गई है और मनोरंजन का महत्व रखती है।
- बॉलीवुड सिनेमा के शौकीनों को यह जरूर देखनी चाहिए।
“द डर्टी पिक्चर” एक मार्मिक और विचारोत्तेजक सिनेमाई कृति है जो जटिल और चुनौतीपूर्ण विषयों का सामना करने से नहीं डरती। बॉलीवुड सिनेमा और सामाजिक मुद्दों दोनों में रुचि रखने वालों के लिए इसकी अत्यधिक अनुशंसा की जाती है।
Aashiq Banaya Aapne (आशिक बनाया आपने)
“आशिक बनाया आपने” राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित 2013 की भारतीय हिंदी भाषा की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। फिल्म में आदित्य रॉय कपूर और सोनम कपूर मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि रोनित रॉय, संजय कपूर, मनोज जोशी और अनुपम खेर सहायक किरदारों में हैं। यह विविध सामाजिक पृष्ठभूमि से आने वाले दो व्यक्तियों के बीच की प्रेम कहानी का वर्णन करता है।
फिल्म ने 29 नवंबर 2013 को नाटकीय रूप से अपनी शुरुआत की, जिसे आलोचकों से मिश्रित समीक्षा मिली। कलाकारों, विशेषकर आदित्य रॉय कपूर और सोनम कपूर के प्रदर्शन ने प्रशंसा बटोरी। इसके अतिरिक्त, “आशिक बनाया आपने” ने बॉक्स ऑफिस पर ₹1.55 बिलियन से अधिक की कमाई करके महत्वपूर्ण व्यावसायिक सफलता हासिल की।
“आशिक बनाया आपने” कई कारणों से मशहूर है:
- यह एक अच्छी तरह से तैयार की गई और मनोरंजक फिल्म है जिसमें प्रतिभाशाली कलाकार शामिल हैं।
- बॉलीवुड रोमांटिक कॉमेडी के प्रशंसकों के लिए यह अवश्य देखी जाने वाली फिल्म है।
यह दिल छू लेने वाली फिल्म आपके चेहरे पर मुस्कान ला देगी। यदि आप हंसी और आनंदमय प्रेम कहानी दोनों की तलाश में हैं, तो “आशिक बनाया आपने” एक ऐसी फिल्म है जिसे आपको मिस नहीं करना चाहिए।
फ़िल्म के बारे में अतिरिक्त जानकारी:
- फिल्म को मुंबई, गोवा और जयपुर में फिल्माया गया था।
- मनमोहक संगीत स्कोर हिमेश रेशमिया द्वारा तैयार किया गया था।
- इसका वितरण यशराज फिल्म्स ने किया था।
- 2014 में “प्रेमिकुडु” नाम से एक तेलुगु रीमेक रिलीज़ हुई थी।
Alone (अलोन)
“अलोन (अलोन)” कई कारणों से विशिष्ट है:
- यह हॉरर थ्रिलर शैली में महिला नायक के नेतृत्व वाली दुर्लभ बॉलीवुड फिल्मों में से एक है।
- बिपाशा बसु ने दमदार अभिनय किया है, जो फिल्म की अपील को बढ़ाता है।
- फिल्म ने व्यावसायिक सफलता हासिल की और बॉक्स ऑफिस पर ₹73 मिलियन से अधिक की कमाई की।
“अलोन (अलोन)” एक अच्छी तरह से तैयार की गई और आकर्षक हॉरर थ्रिलर है जो आपको अपनी सीट से बांधे रखेगी। यदि आप इस शैली के प्रशंसक हैं, तो यह निश्चित रूप से देखने लायक है।
फ़िल्म “अलोन (अलोन)” के बारे में अतिरिक्त जानकारी:
- फिल्मांकन स्थानों में मुंबई और गोवा शामिल थे।
- फिल्म का संगीत जीत गांगुली ने तैयार किया था।
- फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन का जिम्मा टी-सीरीज ने संभाला।
- “अलोन (अलोन)” को तमिल में “अरण्य कांडम” (2010) और तेलुगु में “अलोन” (2015) शीर्षक के साथ भी बनाया गया था।